आकाशगंगा / Galaxy


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आकाशगंगा

आकाशगंगा असंख्य तारों का एक समूह होता है..
आकाशगंगा के केंद्र को "बल्ज" कहते हैं|
हमारा सौरमंडल मंदाकिनी(Milkyway) नमक आकाशगंगा में स्थित है| इसका आकार [सर्पिलाकार] हैं |
<हमारी आकाशगंगा की निकटतम आकाशगंगा "एंड्रोमीडा" है>

स्थिति

हमारी पृथ्वी और सूर्य  'मंदाकिनी आकाशगंगा' में अवस्थित हैं, रात्रि में हम नंगी आँख से इस आकाशगंगा के ताराओं को देख पाते हैं। अब तक ब्रह्मांड के जितने भाग का पता चला है उसमें लगभग ऐसी ही 19 अरब आकाशगंगाएँ होने का अनुमान है। ब्रह्मांड के 'महा विस्फोट सिद्धांत' (big bang theory) के अनुसार सभी आकाशगंगाएँ एक दूसरे से बड़ी तेजी से दूर हटती जा रही हैं।


सूर्य द्वारा 


सभी तारे केंद्र की परिक्रमा कर रहे हैं, केंद्र के निकट वाले तारे अधिक गति से और दूर वाले कम गति से।हमारा सूर्य केंद्र से लगभग 30-35 हज़ार प्रकाश वर्ष दूर है और आकाशगंगा के मध्य तल में हैं।
सूर्य की इस परिक्रमा में उसका वेग 150 मील प्रति सेंकड हैं। लेकिन इस वेग से भी पूरी परिक्रमा में सूर्य को लगभग 25 करोड़ वर्ष लग जाते हैं।



खगोलशास्त्रियों क्या कहते हैं...


'यार्क विश्वविद्यालय' के खगोलशास्त्रियों-'डॉ.सी.आर. प्यूटर्न' और 'डॉ.ए.ई राइट' ने आकाशगंगाओं के चार समूहों की अंतरक्रियाओं का अध्ययन करके इस धारणा का खंडन किया है। उन्होंने यह बताया कि आकाशगंगाओं के बीच में ऐसी विस्फोटक अंतर क्रियाएँ नहीं होती हैं जो नई आकाशगंगाओं को जन्म दे सकें।

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 Bureau Reports... #Indian_holistic_knowledge

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