Posts

Showing posts from April, 2018

पृथ्वी की गतियाँ / MOTION OF EARTH

Image
घूर्णन/परिभ्रमण हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूमना  ( 23घंटे 56मिनट 4सेकेण्ड ) इसी के कारण दिन व् रात होती है| भूमध्य रेखा पर सदैव दिन/रात बराबर होते हैं| ध्रुवों पर 6 महीने के दिन तथा 6 महीने की रात होती हैं| भूमध्य रेखा / विषुवतरेखा  पृथ्वी के केंद्र से निकलने वाली रेखा जो पृथ्वी को ठीक 2 भागों में विभाजित करती है| ये 0० अक्षांश होगी|  यहाँ पर कभी भी शीत ऋतू नहीं पाई जाती है| यहाँ प्रतिदिन शाम लगभग 4 बजे के करीब बारिश होती है| अक्षांश रेखाएं भूमध्य रेखा के सामानांतर उत्तर व् दक्षिण में खींची गयी रेखाओं को अक्षांश रेखा कहते हैं| 1 अक्षांश = 111.3 K.M अक्षांशों की संख्या = 179 विषुव 21 मार्च और 23 सितम्बर को पूरी पृथ्वी पर दिन और रात बराबर होते हैं, क्योंकि इस दिन सूर्य भूमध्य रेखा पर सीधा चमकता है | 21 मार्च  से वसंत ऋतू  23 सितम्बर से शरद ऋतू   2...

सौर मण्डल / Solar system

Image
सौर मण्डल हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें सूर्य उनके ग्रह, उपग्रह, उल्कापिण्ड से सौर मण्डल का निर्माण होता है| इसका मुखिया सूर्य है| इनमें से 99% तक द्रव्यमान केवल अकेले सूर्य के पास होता है| यहाँ गुरुत्वाकर्षण का मान सर्वाधिक होता है, इसी लिए यहाँ सर्वाधिक तारे पाये जाते हैं| संलयन की क्रिया केंद्र में ज्यादा तथा किनारों पर कम होती है| सौरमंडल   में सूर्य और वह खगोलीय पिंड सम्मलित हैं, जो इस मंडल में एक दूसरे से गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा बंधे हैं। किसी तारे के इर्द गिर्द परिक्रमा करते हुई उन खगोलीय वस्तुओं के समूह को ग्रहीय मण्डल कहा जाता है जो अन्य तारे न हों, जैसे की ग्रह, बौने ग्रह, प्राकृतिक उपग्रह, क्षुद्रग्रह, उल्का, धूमकेतु और खगोलीय धूल। उपग्रह ( Satellite) वे आकाशीय पिण्ड जिनका अपना प्रकाश नहीं होता है, और ये ग्रहों के चक्कर लगते हैं| ये दो प्रकार के होते हैं -- प्राकृतिक, कृत्रिम अंतरिक्ष की दूरो प्रकाश वर्ष या पारसेक में मापते हैं| प्रकाश वर्ष  --...

तारा / STAR

Image
तारा STAR हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें वे आकाशीय पिण्ड जिनका अपना प्रकाश होता है, तारे कहलाते हैं| सभी तारों में ऊर्जा का स्त्रोत नाभिकीय संलयन होता है| पृथ्वी का निकटतम तारा सूर्य है| किसी तारे का रंग उसके तापमान पर निर्भर करता है, तारा अगर नीला / सफ़ेद प्रकाश दे रहा है तो तापमान उच्च है और तारा युवा है| ध्रुव तारा एक स्थिर तारा है, जो उत्तर दिशा की ओर स्थित रहता है| तारों का जीवन  तारों के जीवन से तात्पर्य उनके प्रकाशमय जीवन से होता है। तारों के प्रकाश का आधार है, उनका हाइड्रोजन का भंडार, जिसकी नाभिकीय अभिक्रिया से वे ऊष्मा ऊर्जा प्राप्त करते हैं। जो तारे अत्यधिक चमकीले हैं, स्वभावत: वे अपने हाइड्रोजन के भंडार का अधिकाधिक उपभोग करके उसे अधिक शीघ्रता से हीलियम में परिवर्तित करते रहते हैं। यद्यपि हाइड्रोजन का भंडार समाप्त होने पर भी तारे संकोचन (contraction) द्वारा अपनी ऊष्मा उर्जा को बहुत वर्षों तक प्राप्त कर सकते हैं, तथापि उनके जीवन का मुख्य आधार उनके हाइड्रोजन के उपभेग पर ही...

महाद्वीपीय विस्थापन

Image
महाद्वीपीय विस्थापन हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें महाद्विपीय विस्थापन सिद्धांत " अल्फ्रेड वेगनर " ने दिया इस सिद्धांत के अनुसार.... पहले सभी महाद्वीप एक ही स्थलखंड के भाग थे, जिसे " पैंजिया " कहते हैं| इसके चारों ओर एक ही सागर था जिसे " पैन्थलासा " कहते थे| अंगारा लैण्ड(Laurasia) इससे तीन महाद्वीप (Continent) बने.. उत्तरी अमेरिका यूरोप एशिया हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें गोंडवाना लैण्ड(Gondwana) इससे चार महाद्वीप (Continent) बने... दक्षिणी अमेरिका  अफ्रीका आस्ट्रेलिया  अंटार्टिका हमारे POST को पढने के लिए आपका धन्यवाद , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें "प्रीतम सर" द्वारा बनावाये गए नोट्स https://m.facebook.com/shobhit.srivastava.90813  Bureau Reports... #holistic_knowledge

ग्रह / Planet

Image
ग्रह (Planet) हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें अगस्त 2006 में प्राग  (चेक गणराज्य की राजधानी) में बताया गया की ग्रह में निम्नवत गुण होने चाहिए..  गुरुत्वाकर्षण के कारण गोल आकार हो,  सूर्य की परिक्रमा करता हो,  किसी अन्य ग्रह की कक्षा को ना काटता हो, यहीं पर 2006 में ही यम({Pluto ) को वरुण ग्रह की कक्षा को काटने के कारण ग्रह की श्रेणी से बाहर कर दिया गया | बुध ग्रह(Mercury)   ये सबसे छोटा ग्रह है, सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह है, सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय [ 88 दिन ] में करता है, इसका कोई उपग्रह नहीं है | इसका दैनिक तापान्तर सभी ग्रहों में सर्वाधिक है | <नासा से बुध ग्रह के अध्यन के लिए मैसेंजर नमक उपग्रह भेजा था> शुक्र(Venus) इसे सौन्दर्य का देवता भी कहते हैं|  इसे सांझ का तारा , भोर का तारा भी कहते हैं|  इसे पृथ्वी की जुड़वाँ बहन भी कहते हैं| शुक्र ग्रह और अरुण ग्रह सूर्य की परिक्रमा विपरीत दिशा (पूर्...

तारामंडल (Constellation)

Image
तारामंडल तारों का व्यवस्थित समूह ही तारामंडल कहलाता है|  तारामंडलों की संख्या 88 है|  उदाहरण.. सप्तऋषि हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें अधिक आकर्षक जानकारियाँ, तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें 27 तारामंडलों ( नक्षत्रों ) का उपयोग तो हमारे पंडित  पंचांग  बनाने तथा पढ़ने में कुण्डलियां बनाने, त्योहार और मुहुर्त आदि निकालने में करते हैं। तारामंडलों के नाम पुराणों में रोचक कथाओं के रूप में भी आते हैं। हमारे किसान भी इनका उपयोग मौसम या तिथियां जानने के लिए करते आए हैं।  (Holistic_knowledge) बैबिलोनिया के निवासियों को 36 तारामंडल (12 उत्तरी गोलार्ध के, 12 राशिचक्रों तथा 12 दक्षिणी गोलार्ध के) ज्ञात थे। परंपरा से यह प्रथा संदर्भ मिलते हैं। अराटस (Aratus) नामक यूनानी (ई. पू. तृतीय शतक) ने अपने ग्रंथ फिनॉमिना (Phenomina) में सर्वप्रथम 44 तारामंडलों का उल्लेख किया है, जिनमें 19 उत्तरी गोलार्ध के, 13 राशिचक्र के तथा 12 दक्षिणी गोलार्ध के हैं। हिपार्कस के पूर्व  कृत्तिका नक्षत्र  (Pleiades) को एक स्वतंत्र तारामं...

आकाशगंगा / Galaxy

Image
हमें google+ पर फॉलो करें और पायें अधिक जानकारी / follow us on google+ for more information आकाशगंगा आकाशगंगा असंख्य तारों का एक समूह होता है.. आकाशगंगा के केंद्र को " बल्ज " कहते हैं| हमारा सौरमंडल मंदाकिनी ( Milkyway ) नमक आकाशगंगा में स्थित है| इसका आकार [ सर्पिलाकार ] हैं | <हमारी आकाशगंगा की निकटतम आकाशगंगा " एंड्रोमीडा " है> स्थिति हमारी  पृथ्वी  और  सूर्य   ' मंदाकिनी  आकाशगंगा ' में अवस्थित हैं,  रात्रि  में हम नंगी आँख से इस आकाशगंगा के ताराओं को देख पाते हैं। अब तक  ब्रह्मांड  के जितने भाग का पता चला है उसमें लगभग ऐसी ही 19 अरब आकाशगंगाएँ होने का अनुमान है। ब्रह्मांड के ' महा विस्फोट सिद्धांत' ( big bang theory ) के अनुसार सभी आकाशगंगाएँ एक दूसरे से बड़ी तेजी से दूर हटती जा रही हैं। सूर्य द्वारा  सभी तारे केंद्र की परिक्रमा कर रहे हैं, केंद्र के निकट वाले तारे अधिक गति से और दूर वाले कम गति से।हमारा सूर्य केंद्र से लगभग 30-35 हज़ार प्रकाश वर्ष दूर है और आकाशगंगा के मध्य तल में ह...

भूगोल Geography

Image
हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें भूगोल Geography Geo(पृथ्वी) + Graphy(अध्ययन) = पृथ्वी का अध्ययन  भूगोल का जनक ' हिकैटियस ' को माना जाता है| भूगोल शब्द का पहली बार प्रयोग ' इरैटोस्थनीज ' ने किया था| सर्वप्रथम " अरस्तु " ने बताया था की पृथ्वी का आकार गोल हैं| लेकिन पृथ्वी का सही आकार " जिआड "(ध्रुवों पर चपटी) है| हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें भू-केन्द्रीय सिद्धांत -- " टालमी " ने दिया  इस सिद्धांत के अनुसार समस्त ब्रम्हांड का केंद्र पृथ्वी है| टालमी के इस सिद्धांत को गलत साबित करते हुए " कॉपर निकस " ने " सूर्य-केन्द्रीय सिद्धांत " 1543 ई. में प्रतिपादित किया| सूर्य-केन्द्रीय सिद्धांत इस सिद्धांत के अनुसार...  "पृथ्वी और गृह सौरमंडल के केंद्र में एक अपेक्षाकृत स्थिर सूर्य के चारों ओर घुमते हैं|" <इस सिद्धांत को देने...

नोबेल पुरस्कार

Image
नोबेल पुरस्कार   ये पुरस्कार   डायनामाइट  के आविष्कारक  स्वीडिश वैज्ञानिक  अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है | ये चिकित्सा , भौतिकी , रसायन , शांति , तथा अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अहम् योगदान देने वाले लोगों को प्रत्येक वर्ष दिया जाता है| नोबेल पुरस्कार विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार मना जाता है, हर एक पुरस्कार एक वर्ष में अधिकतम 3 लोगों को दिया जाता है| नोबेल पुरस्कार विजेता को 2017 में 90लाख स्वीडिश क्रोनर  (भारत में  7.25 करोड़ रुपये) दिए गए थे|

भगत सिंह

Image
अमर शहीद सरदार भगतसिंह (अंग्रेज़ी: Bhagat Singh, जन्म- 28 सितंबर, 1907लायलपुर, पंजाब, मृत्यु- 23 मार्च, 1931, लाहौर, पंजाब) का नाम विश्व में 20वीं शताब्दी के अमर शहीदों में बहुत ऊँचा है। भगतसिंह ने देश की आज़ादी के लिए जिस साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया, वह आज के युवकों के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श है। भगतसिंह अपने देश के लिये ही जीये और उसी के लिए शहीद भी हो गये। हमें GOOGLE+ पर फॉलो करें और पायें और आकर्षक जानकारियाँ , तथा अपने अनुभव हमें COMMENT BOX में अवश्य बतायें जीवन परिचय भगतसिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 को पंजाब के ज़िला लायलपुर में बंगा गाँव (पाकिस्तान) में हुआ था, एक देशभक्त सिक्ख परिवार में हुआ था, जिसका अनुकूल प्रभाव उन पर पड़ा था। भगतसिंह के पिता 'सरदार किशन सिंह' एवं उनके दो चाचा 'अजीतसिंह' तथा 'स्वर्णसिंह' अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ होने के कारण जेल में बन्द थे। जिस दिन भगतसिंह पैदा हुए उनके पिता एवं चाचा को जेल से रिहा किया गया। इस शुभ घड़ी के अवसर पर भगतसिंह के घर में खुशी और भी बढ़ गयी थी । भगतसिंह की दादी ने बच्चे का न...